मंगलवार, 31 जुलाई 2018

बाल विवाह कविता

बाल विवाह कविता (Child Marriage Kavita Poem In Hindi)

बनी ये मानव श्रृंखला
कर रही पुकार है
जागो बहना, जागो भाई
बाल विवाह, दहेज अत्याचार है।
भीड़ से तो लगता है
सभी को इसने डसा है
जहर बन समाज में
लगता रचा बसा है
बनी ये मानव ….

रविवार, 22 जुलाई 2018

स्कूल जाने वाले सभी बच्चों के अभिभावकों से एक अपील

1. शाम 8:00 बजे तक टीवी बंद कर दें। टीवी पर आठ बजे के बाद आपके बच्चे से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं होता है।
2. अपने बच्चे की स्कूल डायरी देखने के लिए 30-45 मिनट निकालिए। उसके गृहकार्य पूरे कराइए।
3. रोज सभी विषयों में उनका प्रदर्शन देखिए। उन विषयों का खास ध्यान रखिए जिसमें वह कमजोर है / अच्छा नहीं कर रहा है।
4. उनकी बुनियादी शिक्षा भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
5. उन्हें सुबह जल्दी उठने की आदत डालिए 5:30 बजे तक। उन्हें मेडिटेशन ध्यान लगाने का प्रशिक्षण दीजिए।
6. अगर आप पार्टी / सामाजिक आयोजन में जाते हैं और बच्चों के साथ इसमें देर रात तक मजे करते हैं तो अगले दिन बच्चे को आराम करने दीजिए (स्कूल मत भेजिए) अगर आप चाहते हैं कि बच्चा अगले दिन स्कूल जाए तो रात 10:00 बजे तक घर लौट आइए।
7. अपने बच्चे में पौधे लगाने और उनका ख्याल रखने की आदत का विकास कीजिए।
8. सोने के समय अपने बच्चों को पंचतंत्र, अकबर-बीरबल, तेनाली राम आदि की कहानी सुनाइए।
9. हर साल गर्मी की छुट्टी में (अपने बजट के अनुसार) कहीं घूमने जाइए। इससे वे अलग लोगों के साथ और अलग जगहों पर रहना सीखते हैं।
10. अपने बच्चे की प्रतिभा का पता लगाइए और उसे इसे निखारने में सहायता कीजिए (वह किसी विषय, संगीत, खेल, अभिनय, चित्रांकन, नृत्य आदि में दिलचस्पी रख सकता है)। इससे उसका जीवन आनंददायक हो जाएगा।
11. उसे सीखाइए कि प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना चाहिए (कम से कम गर्म चीजें प्लास्टिक में उपयोग न करें)।
12. हर इतवार कोशिश कीजिए कि खाने की कोई ऐसी चीज बनाएं जो उन्हें पसंद है। उन्हें इसमें अपनी मदद करने के लिए कहिए। (उन्हें अच्छा लगेगा)
13. प्रत्येक बच्चे जन्म से वैज्ञानिक होते हैं उनके पास ढेरों सवाल होते हैं मुमकिन है हम जवाब न दें पर जानकारी न होने के कारण हमें सवाल पर गुस्सा नहीं दिखाना चाहिए। (उत्तर पता करने की कोशिश कीजिए औऱ उन्हें बताइए)
14. उन्हें अनुशासन और जीने के बेहतर तरीकों के बारे में बताइए। ( सही गलत के बारे में समझाइए )
15. दाखिले के लिए किसी स्कूल के सर्वश्रेष्ठ होने संबंध में निर्णय (कॉरपोरेट स्कूल या पास प्रतिशत ज्यादा होने या परिचितों, पड़ोसियों की सिफारिश या सरकारी स्कूल या कम बजट वाला स्कूल होने के आधार पर मत कीजिए)। सबसे अच्छा स्कूल वह है जो आपके बजट के लिहाज से उपयुक्त हो। भविष्य में आपको बच्चे की शिक्षा पर ज्यादा खर्च करने की जरूरत है। इसलिए आपको आज कुछ पैसे बचाने की जरूरत है। इसके अलावा दूसरे खर्चे तो हैं ही। इसलिए योजना सोच समझकर बनाइए।
16. उनमे खुद पढ़ने और सीखने की आदत डालिए। 
17.  उन्हें मोबाइल फोन का उपयोग न करने दिया जाए, आवश्यक होने पर अपनी देखरेख में ही मोबाइल का उपयोग करने दिया जाए।
18. बच्चे को अपने काम में सहायता करने के लिए कहिए। (इसमें खाना बनाना, सफाई, चीजों को व्यवस्थित करना शामिल है।)
19. जब भी मौका मिले अपने बच्चों के कार्यक्रम (15 अगस्त, 26 जनवरी, वार्षिकोत्सव और अध्यापक-अभिभावक मीटिंग) में जाएं और उनकी हौशला अफजाई करें। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और उनको इस बात का अहसास रहता है कि आप हमेशा उनके साथ हैं।
20. और सबसे महत्त्वपूर्ण कि हमें अपने बच्चों को शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार भी देने चाहिए ताकि वो जीवन में सफल और सही इन्सान बन सके। हमें अपने अनुभव के आधार पर अपने बच्चों का जीवन सुंदर और स्वस्थ बनाने में उनकी सहायता करना चाहिए।
अध्यापक साथी ध्यान दें*

सबसे पहले आप उस परमपिता का शुक्रगुजार करें जिनकी असीम कृपा से लाखों लोगों की भीड़ में से आपको राष्ट्र की असली जिम्मेवारी का यह पद मिला है । अपने पद की गरिमा को बनाए रखते हुए एक अध्यापक को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए :-

(1) अपनी ड्यूटी के पाबन्ध रहें  अतः आप नियमित रूप से विद्यालय में समय पर जाएं तथा पूरी निष्ठा से बच्चों को पढ़ाएं । कोई भी लापरवाही आपको महंगी पड़ सकती है । यदि विभाग कोई अनुशासनात्मक कार्यवाही करता है तो नौकरी जाने का खतरा होता है । किसी भी साथी के साथ लड़ाई झगड़ा न करें तथा स्कूल मुखिया को सहयोग करें । आप स्कूल में अपना काम अच्छे से करें ,चाहे कोई करे अथवा न करें । गुटबाजी से बचें तथा हर उस को काम करें जो बच्चों के हित मे हो ।
( 2) आप एक आदर्श अध्यापक बने: आप शुरू से ही एक एक आदर्श अध्यापक बनें क्योंकि बच्चों का भविष्य अध्यापक के हाथ मे होता है और राष्ट्र का भविष्य आज के इन बच्चों के हाथ में होगा । जैसी शिक्षा वैसा देश बनेगा। देश की असली सेवा एक अध्यापक बनकर करने में है ।
(3) अपनी ड्रेस व भाषा को मर्यादित रखें: आपकी ड्रेस सौम्य एवं मर्यादित हो । तड़क भड़क की ड्रेस न हो । अध्यापक की गरिमा के अनुरूप हो । भाषा मधुर हो । बच्चों के लिए आप रोल मॉडल है । आपकी हर बात का वो अनुशरण करेंगे ।
( 4 ) जाति व धर्म की बात न करें: एक अध्यापक का कोई धर्म और जाति नहीं होती है । अतः इस आधार पर न तो किसी बच्चे के साथ कोई भेदभाव करें और न ही ये चीजें दोस्ती का आधार बनें । बस अच्छाई ही एक अध्यापक का धर्म होता है ।
(5) आपसी द्वेष भाव व तनातनी न रखें: आपस मे कोई भी अध्यापक एक दूसरे के साथ तनातनी तथा वैरभाव न रखें कि ये उस बैच का हम उस भर्ती के हैं । इन सब बातों से जहाँ आपसी तनातनी रहती है तो स्कूल का माहौल भी खराब होता है तथा बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित होती है । सर्विस करने में फिर मजा भी नहीं आता है । अतः अच्छाई के रास्ते  पर ही चलें ।
(6) खूब पढ़ाएं और दुआएं लें: बच्चों को अपनी सर्विस के दौरान खूब दिल लगाकर पढाएं ,निठलो की तरफ ध्यान न दें । आप जितना पढाएगें उतनी ही आपको दुआएं मिलेगी ,आपके स्वयं के बच्चे भी स्वतः कामयाब बनेगें ।
       आओ हम एक आदर्श अध्यापक बन कर राष्ट्र की सेवा करें 🙏🙏
शिक्षकों की सेवाओं को समर्पित

एक शिक्षक के घर आकर घंटी  बजा कर एक व्यक्ति ने पूछा, "मास्टर जी यहीं रहते हैं क्या ?"

मास्टर जी की पत्नी ने बड़ा ही मार्मिक जवाब दिया कि, "रहते तो ज्यादातर...👇🏻
1.नामांकन...
2.प्रवेशोत्सव...
3--पुस्तक वितरण,
4--समग्र आई.डी. ,
5--मैपिंग,
6--एस.एम.सी.,
7--गणवेश वितरण,
8--सायकल वितरण,
9--स्कूटी वितरण
10--दुग्ध वितरण,
11--ऑडिट,
12--बैंक खाता,
13--आधार,
14--भामाशाह कार्ड
15--जाति प्रमाण पत्र,
16--टी.सी.,
17--शाला प्रमाण पत्र,
18--ट्रांसपोर्ट योजना
19--पौधरोपण,
20--शैक्षिक संवाद,
21--ट्रेनिंग,
22--वीईआर सर्वे,
23--रैलियां,
24--सभाएं,
25--सांस्कृतिक कार्यक्रम,
26--खेल महोत्सव,
27--स्वच्छता अभियान,
28--खोज यात्रा,
29--शाला सिद्धि,
30--विज्ञान क्लब,
31--शालादर्पन
32--शालादर्शन
33--मोगली उत्सव,
34--आनंदोत्सव,
35--एनसीसी,
36--एनएसएस,
37--रेडियो कार्यक्रम,
38--टीवी कार्यक्रम,
39--एबीएल,
40--एएलएम,
41--टीएलएम,
42--आयरन टेबलेट,
43--कृमि टेबलेट,
44--पल्स पोलियो,
45--रेमेडियल,
46--शिक्षा रथ,
47--बोर्ड ड्यूटी,
48--बायोमेट्रिकअटेंडेंस,
49--डेली डायरी,
50--पाठ्यक्रम,
51--पढ़ाई,
52--मूल्यांकन,
53--परीक्षा,
54--रिजल्ट,
55--बाल सभा,
56--फाईल,
57--रजिस्टर,
58--अभिलेख,
59--निरीक्षण,
60--पुताई,
61--मरम्मत,
62--मध्यान्ह भोजन,
63--कार्यक्रम आयोजन,
64--छात्रवृत्ति,
65--पोषाहार,
66--चुनाव,
67--पोलियो,
68--बीएलओ,
69--जनगणना
70--वोटर लिस्ट
71--स्वास्थ्य परीक्षण
आदि की ड्यूटियों में ही हैं, पर केवल एड्रेस प्रूफ के लिए यह घर लिया हुआ हैं.....!"

कोटि कोटि नमन है शिक्षकों को...
🙏🙏🙏🙏.🙏🙏🙏🙏

शिक्षक की कद्र ...

शिक्षक की कद्र ...
        मशहूर पाकिस्तानी लेखक मरहूम अशफ़ाक़ अहमद लिखते है
रोम (इटली) में मेरा चालान हुआ बिज़ी होने की वजह से फीस वक़्त पर जमा नहीं करवा सका जिसकी वजह से कोर्ट जाना पड़ा ।
जज के सामने पेश हुआ तो उस ने वजह पूछी
मैंनें कहा प्रोफ़ेसर हूँ मसरूफ ऐसा रहा के वक़्त ही नहीं मिला ।
इस से पहले कि मैं बात पूरी करता, जज ने कहा -

A TEACHER IS IN THE COURT ....!

और सब लोग खड़े हो गए और मुझ से माफ़ी मांग कर चालान कैंसिल कर दिया ।
उस रोज़ मैं उस मुल्क की कामयाबी का राज़ जान गया !

सभी शिक्षकवृन्द को ससम्मान समर्पित🙏  ✅अति विशिष्ट व्यक्ति /  VIPकौन है?
🙏 क्या आप को जानकारी है कि............

शनिवार, 21 जुलाई 2018

शिक्षक का उद्देश्य केवल ज्ञान का प्रसार करना ही नहीं बल्कि ज्ञान का सृजन करना भी होता है : प्रो. टंकेश्वर  एक अध्यापक की भूमिका और दायित्व लिंक


बुधवार, 18 जुलाई 2018

दीपक सा जलता है गुरु

प्रीति सोनी|
दीपक सा जलता है गुरु 
फैलाने ज्ञान का प्रकाश 
न भूख उसे किसी दौलत की 
न कोई लालच न आस 
 
उसे चाहिए, हमारी उपलब्ध‍ियां 
उंचाईयां, 
जहां हम जब खड़े होकर 
उनकी तरफ देखें पलटकर 
तो गौरव से उठ जाए सर उनका 
हो जाए सीना चौड़ा 
 
हर वक्त साथ चलता है गुरु
करता हममें गुणों की तलाश 
फिर तराशता है शिद्दत से 
और बना देता है सबसे खास 
 
उसे नहीं चाहिए कोई वाहवाही 
बस रोकता है वह गुणों की तबाही 
और सहेजता है हममें 
एक नेक और काबिल इंसान को                                                                                                       vebduniya se sabhar

शुक्रवार, 13 जुलाई 2018

ऐ मालिक हम तेरे बच्चे: स्कूल प्रार्थना, School Prayers

“सरल पुकार” :
ऐ मालिक हम तेरे बच्चे
रहें हमेशा दिल के सच्चे
पूरे मन से पढ़ें लिखें हम
अच्छाई के साथ रहें हम
समय करें न हम बेकार
मेहनत से हो हमको प्यार
आपस में न करें लड़ाई
औरों की भी करें भलाई
नहीं किसी को दुःख पहुंचायें
खुशियाँ ही खुशियाँ बरसायें
हर ऊँचाई को हम छू लें
लेकिन तुमको कभी न भूलें।।
(रचयिता : प्रशांत अग्रवाल, सहायक अध्यापक, प्राथमिक विद्यालय डहिया, विकास क्षेत्र फतेहगंज पश्चिमी, बरेली)

इतनी शक्ति हमें देना दाता Indian School Prayers

top educational siteगायत्री मन्त्र-  ॐ भूर्भवः स्वः तत्स वितुर्वरेण्यं
भर्गोदेवस्य धीमहि धियो योनः प्रचोदयात्                                                                                                                                                    
 इतनी शक्ति हमें देना दाता 
मन का विश्वास कमजोर हो ना 
हम चलें नेक रस्ते पे, 
भूलकर भी कोइ भूल हो ना -2 
इतनी शक्ति हमें देना दाता 
मन का विश्वास कमजोर हो ना 
हम चलें नेक रस्ते पे, 
इतनी शक्ति हमें देना दाता