top educational siteगायत्री मन्त्र- ॐ भूर्भवः स्वः तत्स वितुर्वरेण्यं
भर्गोदेवस्य धीमहि धियो योनः प्रचोदयात्
इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमजोर हो ना
हम चलें नेक रस्ते पे,
भूलकर भी कोइ भूल हो ना -2
इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमजोर हो ना
हम चलें नेक रस्ते पे,
इतनी शक्ति हमें देना दाता
दूर अज्ञान के हो अंधेरे
तू हमें ज्ञान की रोशनीं दे
हर बुराई से बचते रहें हम
जितनी भी दे, भली जिन्दगी दे
बैर हो ना किसि का किसी से
भावना मन में बदले कि हो ना
हम चलें नेक रस्ते पे, हमसे
भूलकर भी कोइ भूल हो ना
इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमजोर हो ना
हम ना सोचें हमें क्या मिला है
हम ये सोचें किया क्या है अर्पण
फूल खुशियों के बाटें सभी को
सबका जीवन हीं बन जाये मधुबन
अपनी करुणा का जल तू बहाके
कर दे पावन हर एक मन का कोना
हम चलें नेक रस्ते पे, हमसे
भूलकर भी कोइ भूल हो ना
इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमजोर हो ना
भर्गोदेवस्य धीमहि धियो योनः प्रचोदयात्
इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमजोर हो ना
हम चलें नेक रस्ते पे,
भूलकर भी कोइ भूल हो ना -2
इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमजोर हो ना
हम चलें नेक रस्ते पे,
इतनी शक्ति हमें देना दाता
दूर अज्ञान के हो अंधेरे
तू हमें ज्ञान की रोशनीं दे
हर बुराई से बचते रहें हम
जितनी भी दे, भली जिन्दगी दे
बैर हो ना किसि का किसी से
भावना मन में बदले कि हो ना
हम चलें नेक रस्ते पे, हमसे
भूलकर भी कोइ भूल हो ना
इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमजोर हो ना
हम ना सोचें हमें क्या मिला है
हम ये सोचें किया क्या है अर्पण
फूल खुशियों के बाटें सभी को
सबका जीवन हीं बन जाये मधुबन
अपनी करुणा का जल तू बहाके
कर दे पावन हर एक मन का कोना
हम चलें नेक रस्ते पे, हमसे
भूलकर भी कोइ भूल हो ना
इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमजोर हो ना
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